जोबट भंगोरिए में दिखी ढोल मांदल की राजनीतिक रस्साकसी
पटेल वर्सेस भूरिया की प्रतिद्वंदिता में पटेल परिवार ने बाजी मारी~~~
आलीराजपुर~~ राजनीति में जब रस्साकसी आरंभ हो जाती है, तो वह विभिन्न तरीके से नापी एवं देखी जाती है। कांग्रेस के राजनीतिक परिदृश्य में पटेल परिवार और झाबुआ के भूरिया परिवार की राजनीतिक मनमुटाव यदाकदा सामने आ ही जाते है, फल स्वरुप लोग उसे कौन भारी पड़ा के रूप में रेखांकित करते हैं। कमो बेस इसी तरह का मंथन लोगों ने जोबट भगोरिया में किया जब कांग्रेस के कद्दावर नेता महेश पटेल अपनी पत्नी जोबट विधायक सेना पटेल के साथ अपने लव लश्कर के बीच भंगुरिए की रंगत में पूरी तरह रंगते दिखे तो दूसरी ओर अपनी ताकत का एहसास करने का प्रयास कर रहे हैं विक्रांत भूरिया अपने परिवार की प्रतिष्ठा का झंडा गाढ़ नहीं सके।
चलती रुकती चर्चाओं के बीच कांग्रेस के पटेल परिवार की 90 ढोल मांदल के बीच हजारों समर्थकों की अल्हादित मस्ती, और नृत्य करती टोलियों की खनखनाहट के बीच युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रांत भूरिया राजनीतिक भगोरिया शक्ति परीक्षण में फीके फीके से दिखाई दिए। चर्चा चल पड़ी के विक्रांत भूरिया के साथ कांग्रेस से निष्कासित लोगों की टीम के कुछ सदस्य उपस्थिति दर्ज कर रहे थे। भंगोरिए की राजनीतिक रस्साकसी में पटेल परिवार एक तरह से भूरिया परिवार पर भारी पढ़ते दिखे।
उल्लेखनीय है कि विगत दिनों आदिवासी विकास परिषद की झाबुआ में हुई ढोल प्रतियोगिता भगोरिया उत्सव में महेश पटेल की अगवाई में 100 से अधिक ढोल मांदल की उपस्थिति के चलते भूरिया परिवार के विक्रांत जोबट भगोरिया में आकर पटेल परिवार को अपनी ताकत का एहसास करना चाह रहे थे। लेकिन चर्चाओं के दौर में चलती हवाओं ने कांग्रेस के कद्दावर नेता महेश पटेल की ताकत का एहसास आलीराजपुर से लेकर भोपाल तक सुर्खियां बटोरता दिखा। बहरहाल यह पटेल वर्सेस भूरिया परिवार की राजनीतिक प्रतिदिन देता आगे आगे कहां तक पहुंचेगी कुछ कहा नहीं जा सकता।

