आम मंडी में किसानों को कम दाम



आम मंडी में किसानों को कम कीमत देने का मामला
रसूखदार आढ़तीया को पहली बार कलेक्टर ने दिखाई प्रशासनिक ताकत 
आलीराजपुर~~~~ प्रदेश की सबसे बड़ी आम मंडी में सोमवार से नीलामी आरंभ हो गई। 


आम मंडी की औपचारिक शुरुआत दिन के पहले सत्र  में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री नागर सिंह चौहान ने की। दूसरे सत्र में अचानक कलेक्टर आम मंडी पहुंचे और  किसानों को आम के दाम कम देने के चलते मंडी के रसुकदार    आडतियां और मंडी सचिव को जमकर लताड़ लगाते हुए चेतावनी दी।


पहला सत्र पहली बात~~~ स्थानीय विधायक और प्रदेश मंत्री  नागरसिंह चौहान के समक्ष आम ढेर की बोली लगना आरंभ हुई। पहले दिन 195 किसानों के 413 क्विंटल आम लगभग 12 लाख रु से अधिक के दामों में आडतीयों के माध्यम से व्यापारियों ने खरीदे।
दूसरा सत्र दूसरी कहानी ~~~मंडी परिसर में अचानक कलेक्टर डॉक्टर अरविंद बेडेकर पहुंचे और किसानों को आम के कम दाम देने की जानकारी मिलते ही वह आम मंडी के रसुकदार आडतियां मुहम्मद रफीक और  और  प्रभारी मंडी सचिव भगवान पटेल को फटकार लगाई।
किसानों को कम दाम क्यों दिया जा रहा था। इस बात पर कलेक्टर साहब के तेवर देखकर मंडी परिषद उपस्थित सभी हक्के बक्के रह गए। 
 कट्ठीवाड़ा तहसील के ग्राम रोडधू निवासी  किसान गिलदार ने कलेक्टर  को बताया कि 50 किलो के 10 बोरो में 650 किलो आम का वजन था ,इसकी बोली कीमत 4500 रु मिली।  इस तरह 6रु 90 पैसे किलो का मूल्य मिला किसान को। इसमें 1 हजार 200 रु आम तुड़ाई मजदूरी और 1 हजार रु भाड़ा लग गया। 
 दरअसल आम मंडी के इतिहास में पहली बार किसी कलेक्टर ने रसूखदार आढ़तीया को प्रशासनिक ताकत का एहसास  कराते हुए फटकार लगाई। 
मंडी सचिव को  व्यवस्था में सुधार करने के साथ किसानों को आम की कीमत 15 से 20 रुपया प्रति किलो किसी भी स्थिति में मिलने के निर्देश दिए। 
मंडी सचिव और आढ़ती या रडार पर~~~प्रदेश की प्रमुख आम मंडी में किसानों को आम की उपज का मूल्य बहुत ही काम मिल रहा था। कलेक्टर के कड़े तैवर के बाद किसानों को अपनी उपज का दम मिलने की किस आशा कर रहे हैं। आने वाले समय में क्या स्थिति बनती है यह तो व्यक्ति बताया लेकिन आम मंडी के साथ शहर में रसुकदार आडतिया मोहमद रफीक को लगाई कलेक्टर की फटकार की चर्चा चौराहे पर हो रही है।

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