जिला अस्पताल का जनरेटर बंद

जिला अस्पताल का जनरेटर हुआ बीमार,


जिम्मेदारों की उदासीनता का दंड भोगते मरीज और उनके परिजन ~~अरविंद कनेश
गर्मी के तांडव के बीच हाथ से दे रहे शीतलता


आलीराजपुर~~जिला अस्पताल में गर्मी के प्रचंड प्रवाह के बीच परिजन जिला अस्पताल में भर्ती अपने मरीज को कपड़े से, तो कभी पेपर से तो कभी अन्य वैकल्पिक साधनों से ठंडक देने का प्रयास करते देखे जा सकते हैं।  जिला अस्पताल के जिम्मेदारों की उदासीनता कहे या फिर व्यवस्था में विसंगति का दंड मरीज के साथ उनके परिजन भोगने को मजबूर हो रहे हैं। जिला अस्पताल का जनरेटर बीमार पड़ा हुआ है।
जयेस के जिला अध्यक्ष अरविंद कनेश ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से  जिला अस्पताल की अव्यवस्था को लेकर  बताया कि पिछले दो दिनों से विद्युत प्रदाय अनियमित हो रही है ऐसी स्थिति में जिला अस्पताल शिशु वार्ड में बिजली नहीं होने के चलते भर्ती मरीजों के परिजन पेपर से, हाथ से, या किसी तरह से मरीज को गर्मी से राहत दिलाने का प्रयास कर रहे हैं। जनरेटर यदि खराब है तो इस समय पर ठीक क्यों नहीं कर रहा जाता है इतनी बड़ी लापरवाही क्यों की जाती है यह समझ से परे हैं।
इसके साथ ही जयेस नेता  अरविंद कनेस ने कहा कि पिछले दो घंटे से 108 एंबुलेंस वाहन के लिए इंतजार किया लेकिन वह नहीं आई। जिला अस्पताल में भर्ती मरीज अन्य जगह उपचार के लिए जाना चाहते हैं लेकिन लोगों को निजी वाहनों के द्वारा बाहर ले जाकर मरीजों का उपचार करने के लिए बधाई होना पड़ रहा है। 
कनेस ने प्रशासन को आधे हाथों लेते हुए कहां है कि जब जिला अस्पताल में इस तरह की लापरवाही और विसंगति का बोला बोला है तो सहज  ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि दूरदराज के ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति क्या होगी।
उल्लेखनीय है कि जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं में लापरवाही और विसंगति को लेकर समय-समय पर कई बार सोशल मीडिया के माध्यम से  प्रशासन के संज्ञान में लाया जाता रहा है, लेकिन ना तो प्रशासन और ना ही स्वास्थ्य विभाग महकमे के जिम्मेदार इस दिशा में ठोस कार्रवाई करते हुए नहीं दिखाई देते हैं। शासन द्वारा करोड़ों रुपया खर्च करने के बाद भी यदि व्यवस्था में विसंगति हो तो फिर इसे केवल जिम्मेदारों की लापरवाही ही कहा जा सकता है।

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