ई उपस्थिति का विरोध,सौंपा ज्ञापन

ई उपस्थिति के विरोध के स्वर बढ़े,ज्ञापन देने का सिलसिला हुआ आरंभ


शिक्षकों की नौकरी अब  इलेट्रॉनिक यंत्रों के हवाले~~राजेश वाघेला
आलीराजपुर~~ई उपस्थिति को लेकर जिले के सोंडवा तहसील मुख्यालय पर प्रांतीय शिक्षक संघ के बेनर तले संघ के जिला अध्यक्ष राजेश आर वाघेला  के नेतृत्व में बड़ी संख्या में शिक्षकों ने एसडीएम सीजी गोस्वामी को ज्ञापन सौंप कर ई उपस्थिति को निरस्त करने की मांग की गई। 
ज्ञापन के पूर्व उपस्थित शिक्षक साथियों को संबोधित करते हुए राजेश वाघेला ने कहा कि लगता है शासन ने शिक्षकों की नौकरी अब इलेट्रॉनिक यंत्रों के हवाले कर दी है। शहर के विद्यालयों को छोड़कर यदि ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की बातें की जाए तो 40% से अधिक शिक्षक बहुत ही विपरीत परिस्थितियों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। 
वाघेला ने कहा कि शिक्षकों को केवल बच्चों को पढ़ाना ही नहीं  होता, अपितु विद्यार्थियों के व्यक्तिगत कार्यों  समग्र आईडी, अपार आईडी, जाति प्रमाणपत्र,बैंक खाते खुलवाना,प्रोफ़ाइल पंजीयन कैसे कई कार्यों को भी करना होता है।
कर्मचारी नेता वाघेला ने कहा कि 1 जुलाई से प्रदेश के समस्त विद्यालयों में हमारे शिक्षक,एप के माध्यम से शिक्षकों की उपस्थिति व्यवस्था लागू करने के निर्देश के बाद शिक्षकों में नाराजगी है। क्योंकि निर्देशानुसार यदि शिक्षक स्कूल के खुलने और बंद होने के समय अपने मोबाइल से उपस्थिति दर्ज नहीं कर पता है तो उसे बिना कोई स्पष्टीकरण दिए सीधे वेतन काटने की व्यवस्था बनाई गई है। इसके अलावा भी ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षकों को कई तरह की व्यवहारिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
कर्मचारी नेता राजेश वाघेला ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने ई उपस्थिति को अपमानजनक शर्त बताते हुए कहा था कि इसे में लागू करने नहीं दूंगा। शिक्षकों की मान सम्मान के साथ खिलवाड़ करने की जब किसी को भी नहीं दी जाएगी। तत्कालीन मुख्यमंत्री के इस ऐलान के बाद यह योजना ठंडे बस्ती में डाल दी गई थी। फिर इसे पूरा क्यों आरंभ किया जा रहा है यह समझ से परे हैं। 
इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष कल सिंह डावर, ललिता सोलंकी, दुर्गा राठौर, अरविंद तोमर, शिवराज गोयल, राय सिंह आवासीय किसमन, नेना परिहार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form