पैसा ग्राम सभा में बढ़ी सनातनी धारा
पहाड़ी ग्राम में युवक ने की घर वापसी
आलीराजपुर~~पैसा ग्राम सभा न केवल ग्राम के विकास की धूरी के मापदंड को तय करती है,अपितु लोगों में विश्वास का एक कारक को जगाने का काम करता है। तभी तो जिले के पहाड़ी क्षेत्र के एक गांव दुधवीं पंचायत में पैसा ग्राम सभा में एक आदिवासी युवा ने अपनी मजबूरी में हुई भूल को सुधार करते हुए उपस्थित लोगों के सामने घर वापसी का ऐलान कर दिया।
क्या हे मामला~~दरअसल जिले के सोनवा तहसील के पहाड़ी क्षेत्र के एक ग्राम दूधवि में पैसा ग्राम सभा की साधारण बैठक का आयोजन किया जा रहा था। इस दौरान ग्राम के एक युवक उकरिया पिता कादवा ने अपने परिवार के साथ ईसाई धर्म छोड़कर सनातन धर्म में वापसी आने का उपस्थित लोगों के सामने इच्छा जाहिर की तो उपस्थित लोगों ने उसके निर्णय का स्वागत करते हुए सनातन धर्म के अनुसार तिलक लगाने के साथ गमछा धारण करवा कर सनातन धर्म में वापसी करवाई।
ग्राम सभा अध्यक्ष कांतिलाल भाई सिंह पटेल ने जानकारी देते हुए बताया कि उकारिया की बीमार हो जाने के कारण कुछ लोगों के संपर्क में आया जिन्होंने उसे चर्च में जाकर अपनी बीमार पत्नी का इलाज करवाने की सलाह दी। इस दौरान ऊकारिया पर धर्म बदलकर ईसाई धर्म में आने के लिए दबाव डाला गया। पत्नी की बीमारी के चलते ग्रामीण युवक ने ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया। कांतिलाल पटेल ने बताया कि सनातन धर्म की विभिन्न गतिविधियों के साथ पैसा ग्राम सभा में आत्मनिर्भर बनाने की कार्य योजना के चलते पूरे परिवार सहित उकारिया ने सनातन धर्म में वापसी का निर्णय लिया।
ग्राम सभा अध्यक्ष कांतिलाल ने बताया कि पुकारिया को अपने मूल धर्म में वापस आने का अवसर दिया है। वही अपनी गलती स्वीकार करते हुए अपने मूल धर्म में वापस आने का संकल्प लिया। ऐसे में पुकारिया की घर वापसी एक महत्वपूर्ण घटना है जो यह बताती है कि ग्राम सभा की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण होती है।
