निराश्रित बच्चों को कलेक्ट का दीपावली उपहार~~

निराश्रित बच्चों को कलेक्टर दीदी का उपहार~~
गोद में बैठा उमेंड़ा वात्सल्य, बोली~~


जब कोई मुसीबत हो तब दीदी के पास आना बच्चों, ~~~
आलीराजपुर~~~ दीपावली का त्यौहार अच्छे से मनाना गरीब वर्ग के बच्चों के लिए एक तरह का सपना सा होता है,लेकिन नवोदित कलेक्टर श्रीमती माथुर ने अपने आवास पर  निराश्रित बच्चों को बुलाकर उनकी इस दीपावली को यादगार बना दिया। कलेक्टर ने बच्चों से उनके शौक, उनके भविष्य की योजना,उनकी परेशानीयो पर आत्मीयता से बात करते हुए उन्हें दीपावली की भेंट दी। 
दरअसल जिले की कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर ने निराश्रित बच्चों को दीपावली के पूर्व  अपने आवास पर बुला कर उनसे संवाद किया।
 कलेक्टर के बुलावे पर    निराश्रित बच्चे मन में झिझक के साथ  कलेक्टर आवास पर दीपावली के फटाखे एवं मिठाई लेने पहुंचे तो उनके मन में समाया डर इस समय खत्म हो गया जब कलेक्टर श्रीमती माथुर ने नन्हे मुन्ने बच्चों पर वात्सल्य उमड़ते हुए गोद में बैठा लिया।उसके बाद आत्मीय बातों का प्रवाह  आरंभ हुआ तो अंजान रिश्तों की डोर से बंधते बच्चों ने बातों के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए अपनी रुचि,भविष्य की चाह पर खुल कर बोले।कुछ बच्चों ने गाने को पसंदीदा बताया तो कुछ ने शिक्षक बनने की बात कही।कलेक्टर ने भी उनकी भावनाओं को समझते हुए प्रोत्साहित कर कहा वे  पढ़ कर अपना लक्ष्य प्राप्त करने के लिए प्रयास करते हे तो जिला प्रशासन उन्हें हर संभव मदद करेगा ।
इस दौरान कलेक्टर ने  बच्चों के साथ बैठकर स्वल्पाहार करते हुए  उन्हें स्वदेशी दीये,मिठाई,फटाखे के साथ अन्य उपयोगी वस्तुएं भेंट की और कहा भविष्य में जब कभी कोई भी जरूरत हो तो दीदी के पास निसंकोच चले आना। 
ये बोली कलेक्टर~~कलेक्टर श्रीमती माथुर ने बच्चों के पालकों धन्यवाद देते हुए कहा कि बच्चों का पालन पोषण कर आप लोग समाज की जिम्मेवारियों का निर्वहन करते हुए मानवता का संदेश दे रहे हो, समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणादायक है। 
बच्चों के संवत के दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी, प्रशासक वन स्टॉप सेंटर, कलेक्टर स्टेनो सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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